आज मैं एक नए ईश्वर से मिला
मेरा दोस्त मुझे अपने मंदिर ले आया था
मैंने नए ईश्वर से बात की
उनकी बातें, चाल-ढाल
सब वैसा ही था
मैंने थोड़ा विस्मित हो कहा ईश्वर तुम तो
बिल्कुल नहीं बदले
ईश्वर हंसा फिर चुप हो गया
मैंने थोड़ा आशंकित होकर पूछा
तुम किसके हो ईश्वर
मेरे या मेरे दोस्त के
ईश्वर और हंसा लेकिन कुछ नहीं बोला
मैंने साहस कर अंतिम प्रश्न किया
क्या तुम किसी के भी नहीं हो?
ईश्वर बहुत, बहुत, बहुत हंसा
पर कुछ ना बोला.
A New God
Today I met a new God
my friend took me to his shrine
I talked to the new God
His talk, gait
all was the same
with surprise, I said
God, you haven’t changed a dot
He laughed
and then paused
a bit apprehensive, I asked
whose are you
mine or my friend’s
God laughed more
but kept mum.
Then, courageously, I posed the last question
do you belong to none?
God laughed aloud
but did not utter a word.